Chandigarh mayoral Election: सुप्रीम कोर्ट ने AAP और कांग्रेस(INDIA गठबंधन) कैंडिडेट को घाेषित किया मेयर, कहा- रिटर्निंग अफसर ने की गड़बड़ी
Chandigarh mayoral Election supreme court Hearing Updates: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के पुराने नतीजों को अवैध घोषित कर दिया। कोर्ट ने AAP और Congress के साझा उम्मीदवार कुलदीप कुमार को मेयर घोषित कर दिया।
Chandigarh mayoral Election supreme court Hearing Updates:
Supreme Court ने मंगलवार को चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव को लेकर अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने चुनाव के पुराने नतीजे को अवैध घोषित कर दिया। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली तीन-जजों की बेंच ने कहा कि रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह द्वारा अमान्य किए गए आठ मतपत्र वैध थे। यह वोट AAP के मेयर पद के उम्मीदवार कुलदीप कुमार के पक्ष में डाले गए थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस(INDIA Alliance) के साझा कैंडिडेट कुलदीप कुमार को मेयर घोषित कर दिया।
Court Said Anil Masih Misled People
इससे पहले हुई सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने सबसे पहले चुनाव के बैलट पेपर और मतगणना के वीडियो रिकॉर्डिंग की जांच की। इसके बाद रिटर्निंग अफसर Anil Masih को फिर कड़ी फटकार लगाई। विवाद की जड़ में रहे 8 बैलट्स पेपर को सुप्रीम कोर्ट ने वैध कर दिया। कहा कि सभी अमान्य 8 बैलट्स आप मेयर उम्मीदवार कुलदीप कुमार के पक्ष में पड़े थे। इन पर सिर्फ पेन से निशान लगाया है। इससे बैलट्स अवैध नहीं हो गए। अनिल मसीह ने लोगों को गुमराह किया है।
AAP candidate for Chandigarh Mayor Election, Kuldeep Kumar celebrates.
— ANI (@ANI) February 20, 2024
Supreme Court ordered that he is declared to be the validly elected candidate for the post of Mayor of Chandigarh Municipal Corporation.
(Pics: AAP PRO) pic.twitter.com/6cn0WENrGR
Anil Masih confessed to his crime
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की अगुवाई वाली पीठ ने सोमवार को सुनवाई के दौरान रिटर्निंग अफसर अनिल मसीह से कई तल्ख सवाल किए। पूछा कि किस कानून के तहत आपने बैलट पेपर पर हस्ताक्षर किए हैं। कैमरे की तरफ क्यों देख रहे थे? बैलट पेपर पर निशान क्यों लगाए? जवाब में मसीह ने अवैध वोटों की पहचान के लिए बैलट पेपरों पर निशान लगाने की बात कबूल की है।
भाजपा के मनोज सोनकर ने 16 वोटों के साथ चुनाव जीता था। उन्होंने आम आदमी पार्टी-कांग्रेस INDIA गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को हराया। उन्हें 12 Vote मिले थे। हालांकि, विवाद तब खड़ा हो गया जब रिटर्निंग अधिकारी अनिल मसीह ने गठबंधन सहयोगियों के आठ वोटों को अवैध घोषित कर दिया। उन पर बैलट पेपर में छेड़छाड़ का आरोप लगने लगा।
अदालत ने Monday को सुनवाई में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ऑफिस से चुनावी संबंधी रिकॉर्ड और बैलट पेपर पेश करने के लिए कहा था। सुनवाई के दौरान धांधली के आरोपी रिटर्निंग अफसर अनिल मसीह को व्यक्तिगत रूप से पेश रहे।
Supreme court expressed deep concern over house trading:
Supreme Court ने कथित खरीद-फरोख्त पर गहरी चिंता व्यक्त की और मतपत्रों और मतगणना प्रक्रिया की वीडियो Recording की जांच करने का फैसला किया। न्यायालय ने तुरंत नए सिरे से चुनाव कराने का आदेश देने के बजाय पहले ही डाले गए वोटों के आधार पर नतीजे घोषित करने पर विचार करने का सुझाव दिया है।