INDIA alliance stands whopping 74% of winning chances in the #LokSabhaElection2024 as compared to NDA’s 26%
INDIA alliance v/s NDA's Winning Chance
भाजपा को “अब की बार 400 पार” जैसे नारे का घमंड करना बंद कर देना चाहिए।इसके बजाय उन्हें यह सोचना चाहिए कि वे ट्रिपल फिगर मार्क का प्रबंधन कैसे करेंगे।
पिछले लगभग एक महीने में नरेंद्र मोदी और BJP तेजी से अपनी लोकप्रियता और मतदाताओं पर पकड़ खोते जा रहे हैं। कई विधानसभा चुनाव जीतने के बावजूद पार्टी को हर तरफ से झटका लग रहा है।
Modi और उनके थिंक टैंक को 400 लोकसभा सीटों का सपना भी नहीं देखना चाहिए, वास्तव में मेरे विश्लेषण के अनुसार, 80-85 सीटों के तिगुने आंकड़े तक पहुंचना बेहद मुश्किल होगा। मैं आंकड़ों का विवरण नहीं दूंगा
दक्षिण भारत में भाजपा अपना खाता भी नहीं खोलेगी, मध्य और उत्तर भारत, जिसे संघी हिंदी हार्टलैंड कहते हैं, कई हड़तालों के कारण केंद्र सरकार के खिलाफ है, चाहे वे किसान हों, शिक्षक हों, छात्र हों…….
इस हिंदी पट्टी से बीजेपी को बड़ा झटका लगेगा और कई मौजूदा सांसद चुनाव हार जाएंगे।
न्यायपालिका ने अपने पंख फैलाये हैं और भ्रष्टाचार के प्रति अपनी आँखें खोल दी हैं। भाजपा को अदालतों से किसी अनुकूल आदेश की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. बल्कि लोगों की मांग से जल्द ही ईवीएम में भ्रष्टाचार संभव नहीं होगा।
मीडिया ने निष्पक्ष होने की दिशा में बदलाव शुरू कर दिया है लेकिन सम्राट अभी भी इस बदलाव को महसूस नहीं कर पा रहे हैं।
अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि हर गुजरते दिन के साथ भारत गठबंधन मजबूत होता जा रहा है और गठबंधन सहयोगियों के साथ सीटों का समझौता हो रहा है।विपक्ष को अधिक धमकाना वास्तव में विपक्ष को अक्षम सरकार से लड़ने के लिए हथियार देना है।
नरेंद्र मोदी आज तक 19 साल के कुशासन का रिपोर्ट कार्ड नहीं दे पाये.